वरिष्ठ संवाददाता, अर्पित सिंह श्रीवास्तव
अंबेडकरनगर। केंद्र की मोदी और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भले ही सरकारी राशन वितरण प्रणाली में लाख पारदर्शिता की कोसिस कर रही हो, लेकिन अंबेडकरनगर तहसील अंतर्गत आपूर्ति विभाग की निष्क्रियता और लापवाही की वजह से यहां पर सरकार के मनसूबे पर पानी फिरता नजर आ रहा है। इसपर न तो जिला आपूर्ति अधिकारी और न ही जिला प्रशासन गंभीर दिख रहा है। जिसका नतीजा है कि, जिला मुख्यालय के टांडा तहसील अन्तर्गत छोटी कस्बा पश्चिम में सरकारी राशन की दुकान किसी और के नाम पर है और उसे चला कोई और रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस व्यक्ति के नाम पर सरकारी राशन की दुकान है वह काफी समय से पश्चिम बंगाल में स्थायी मकान लेकर परिवार के साथ रहता है। स्थानीय लोगों का आरोप है की उसके परिवार के जिस व्यक्ति द्वारा राशन वितरण किया जा रहा है वह अक्सर राशन वितरण में धांधली करता है। कई बार विरोध के बावजूद राशन वितरण में धांधली नहीं रुक रही है। इतनी भारी अनियमितता के बावजूद आपूर्ति विभाग के रहमों करम से नियम और कानून को ताक पर रखकर सरकारी राशन दुकान के आवंटन से लेकर वितरण तक किया जा रहा है। सरकारी राशन लाभार्थियों में इस बात को लेकर नाराजगी है की इतने समय से गैर नियमानुसार चल रहे राशन की दुकान की अभी तक जिला प्रशासन और जिला आपूर्ति विभाग पुनः नीलामी प्रक्रिया क्यों नही करा रही है। उक्त क्षेत्र के लाभार्थियों ने जिला अधिकारी अविनाश सिंह और जिला आपूर्ति अधिकारी का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए इसपर संज्ञान लेने की मांग की। साथ ही गैर कानूनी रूप से चल रहे इस सरकारी राशन के दुकान को निरस्त करते हुए पुनः आवंटन कराए जाने की मांग की।