वरिष्ठ संवाददाता, अर्पित सिंह श्रीवास्तव
अम्बेडकरनगर। जिले के जलालपुर थाना अंतर्गत उर्दू बाजार पुलिया के पास गत दिनों हुए लाखों लूट का पुलिस ने खुलासा करते हुए इसे फर्जी करार दिया है। पुलिस ने जांच पड़ताल में आता चला की आरोपी ने उधारी चुकाने से बचने के लिए इस तरह के लूट की झूठी साजिश रची थी।
एएसपी श्याम देव ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि सर्राफा व्यापारी विनय सोनी ने अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की झूठी कहानी रची ताकि वह उधारी का पैसा चुकाने से बच सके।जानकारी के अनुसार, रफीगंज निवासी विनय सोनी की रफीगंज बाजार में सराफा की दुकान है। वह जलालपुर में अपने साथी विशाल सोनी की दुकान से सोने के आभूषण बेचने के लिए लाया करता था, लेकिन उसके ऊपर विशाल का लगभग तीन लाख रुपये का उधार बकाया था। उधारी का यह पैसा लौटाने से बचने के लिए विनय ने अपने मित्रों फरहान शेख और अनवर के साथ मिलकर लूट की यह मनगढ़ंत कहानी बनाई।एएसपी ने बताया कि जब विनय की कथित लूट की घटना के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता से जांच शुरू की, तो चार टीमों का गठन किया गया। पुलिस ने घटनास्थल के करीब चार किलोमीटर तक के सीसीटीवी कैमरे खंगाले और जांच में पाया कि लूट की घटना पूरी तरह से नकली थी।पुलिस ने अब विनय सोनी और उसके सहयोगियों के खिलाफ झूठी सूचना देने और अफवाह फैलाने के आरोप में केस दर्ज करने का निर्णय लिया है। एएसपी ने बताया कि इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसे झूठे मामलों की पुनरावृत्ति न हो।