प्रतापगढ़। जिले में मूलभूत विकास कार्यों को लेकर उत्तर प्रदेश शासन की ओर से वित्तीय वर्ष 2024-25 के तहत विधायक निधि के लिए ढाई-ढाई करोड़ की पहली किस्त जुलाई माह में ही जारी हो चुकी है। शासन से विधायक निधि की पहली किश्त जारी होने के बाद जिले के लोगों में अपने-अपने क्षेत्र में विकास की उम्मीद जगी थी। लेकिन विधायक निधि जारी होने के तीन माह बाद, अभी तक जनप्रतिनिधियों की ओर से विकास कार्यों का प्रस्ताव नहीं दिया गया। यही कारण है कि, ग्राम्य विकास विभाग को जनप्रतिनिधियों की ओर से प्रस्ताव नहीं मिलने के कारण अधिकांश कार्यों पर ग्रहण लगा हुआ है। बता दें कि उक्त विधायक निधि से ही क्षेत्रों में सड़क, खड़ंजा, नाली, सामुदायिक भवन, शैक्षिक भवन, इंटरलाॅकिंग और बिजली जैसे मूलभूत कार्य होने थे। सदर विधायक राजेंद्र मौर्य, पट्टी विधायक रामसिंह पटेल, रानीगंज विधायक डॉ. आरके वर्मा, रामपुरखास विधायक अराधना मिश्रा, कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह, बाबागंज विधायक विनोद सरोज, विश्वनाथगंज विधायक जीतलाल पटेल के अलावा विधान परिषद सदस्य अक्षय प्रताप सिंह की निधि को जुलाई महीने में ही जारी किया गया था। शासन के नियमनुसार इस बार जनप्रतिनिधियों से ऑनलाइन विकास प्रस्ताव मांगा गया है। प्रस्ताव प्राप्त होने के बाद ग्राम्य विकास विभाग टेंडर जारी करेगा। परियोजना निदेशक दयाराम यादव ने कहा है की जनप्रतिनिधियों की ओर से विकास कार्यों का प्रस्ताव अभी प्राप्त नहीं हुआ है। प्रस्ताव मिलते ही उक्त विकास कार्य शुरू करा दिया जाएगा।