रिपोर्ट, अर्पित सिंह श्रीवास्तव
अम्बेडकरनगर। जहां एक तरफ कर्मचारियों के प्रति उत्तर प्रदेश सरकार का फरमान है कि दीपावली पर्व के पहले उनके खाते में अक्टूबर महीने का वेतन निर्गत करने का सख्त आदेश जारी किया है।
वही नगर पालिका परिषद टांडा के कर्मचारियों को अधिशाषी अधिकारी डॉक्टर आशीष सिंह के हफ्तों से छुट्टी पर जाने से उनके खातों में अभी तक वेतन बिल पर प्रमाणित सिग्नेचर न होने के कारण वेतन न मिलने के कारण दीपावली पर्व के शुरुआती दिनों धनतेरस में घरों के साज सज्जा एवं दुकानों से खरीददारी करने का मानों पहाड़ टूट पड़ा है।
कर्मचारियों के बच्चें पटाखें एवं मिठाइयों के लिए अपने पापा के आने पर आस लगाए बैठे हैं। लेकिन उन नौनिहालों को क्या पता की पापा के बॉस यानी उनके अधिशाषी अधिकारी डॉक्टर आशीष सिंह दीपावली पर्व के अवसर से पहले हफ्तों से छुट्टी पर रहते हुए राजधानी में मौज मस्ती करते फिर रहें हैं उन्हें क्या फर्क पड़ेगा उनके पास तो खजानों का भंडार है लेकिन छोटे तबके के कर्मचारियों को वेतन न मिलने से उनके घरों का त्यौहार तो मानों फीका पड़ने के कारण नौनिहालों के लिए चिंता का विषय खड़ा कर रहा है इन्हें योगी जी के फरमान की भी मानो तनिक भर चिंता नहीं है।
उल्लेखनीय हैं कि नाम न छापने की शर्त पर कुछ कर्मचारियों ने बताया कि नगर पालिका परिषद टांडा के अधिशाषी अधिकारी के छुट्टी पर चले जाने से हम सभी कर्मचारियों के वेतन बिल पर उनका सिग्नेचर नहीं हो पाया। जिस कारण वेतन बिल लेखा कार्यालय नहीं जा पाया की ट्रेज़री से वेतन हम सभी कर्मचारियों के खाते में अक्टूबर महीने का वेतन भुक्तान हो सके। अब ऐसे में आप ही सोचिए कि उनके घरों में भी त्यौहार का मौका है, वेतन न मिलने से ये कर्मचारी आखिर कैसे अपने घरों की साज सज्जा एवं दुकानों से खरीददारी तथा मिठाइयां अथवा पटाखें अपने नौनिहालों के लिए दिल पाएंगे क्या उनको दीपावली पर्व मनाने की चिंता नहीं सता रहीं उच्च अधिकारियों को इनकी समस्या पर विचार करना चाहिए। उन्हें वेतन बिल पास करा कर वेतन भुक्तान कराने के लिए कुछ करना चाहिए।