वरिष्ठ संवाददाता : दीपक श्रीवास्तव
पुलिस की नजरों से बचकर चल रहा जुए का अड्डा
सुबह आठ बजे से रात दस बजे तक जुआरी लगा रहे दांव
गाजीपुर। दीपावली नजदीक आते ही शहर में जुआ की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। सालभर जुआ खेलने के शौकीन जुआरियों की सरगर्मी दीपावली की आहट के साथ शहर में इन दिनों कुछ ज्यादा बढ़ गई है। कुछ सफेदपोशों की छत्रछाया में शहर के विभिन्न जगह पर जुआ खिलवाने का पूरा पूरा खेल जारी है। शहर में संचालित इस खेल में कोई लाखपति तो कोई खाकपति हो जाता है। इसमें जुआ खेलने वालों का चाहे भला हो या न हो, मगर जुआ खेलने का स्थान देने वाला ही मोटी मलाई डकार जाते हैं। सदर पुलिस भले ही दावा कर रही है कि शहर में जुआ नहीं खेलने दिया जाएगा। जुआरियों पर शिकंजा कसा जाएगा। मगर जुआरी भी पुलिस डाल-डाल तो वे पात-पात चलने का हथकंडा अपना रहे हैं। शहर के कई इलाकों में जुआ का खेल चल रहा है। इस पर सफेदपोशों की छत्रछाया है। वह हर तरीके से इनको संरक्षण दिए हुए हैं। बिना जुआ खिलवाए वे ऐसे धंधे से जुड़े लोगों से हर माह अच्छी खासी रकम ले रहे हैं। इनका काम बस इतना है कि इस धंधे से जुड़े लोगों को हर हाल में बचाना होता है। यह खेल उजागर न हो सके, इसका भी पूरा तानाबना ये बुनते हैं। हालांकि, सच्चाई इससे अलग है। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद धंधे से जुड़े लोगों को ये सफेदपोश भी नहीं बचा पाते हैं। हां, धौंस देकर हर माह वसूली जरूर करते रहते हैं।यह दिगर है कि एसपी ईरज राजा के सख्त तेवर के चलते खुलेआम जुओं का अड्डा पूरी तरह से बंद हो गया था, लेकिन दीपावली में अपना भाग्य आजमाने के लिए चोरी छिपे जुए का खेल संचालित हो गया है। नगर के टेढ़वा इलाके में जुए का अड्डा पूरी तरह से बंद हो गया था, लेकिन पांच दिन पूर्व से वही पुराना अड्डा एक नये ठिकाने पर संचालित किया जा रहा है। इसे संचालित करने का कोई नया व्यक्ति नहीं है बल्कि वही व्यक्ति है जो पूर्व में टेढ़वा इलाके में खुलेआम जुए का अड्डा चलाता था। उसके यहां पूर्व में पुलिस की रेड पड़ चुकी है। जहां से पुलिस ने अड्डा संचालक को दबोचने के साथ ही काफी अमाउंट भी बरामद किया था। सूत्र बताते है कि जेल से छुटने के बाद उक्त व्यक्ति कुछ दिनों से टेढ़वा इलाके में ही जुए का अड्डा संचालित करता रहा, लेकिन जबसे डा. ईरज राजा ने जिले में पुलिस अधीक्षक की कुर्सी सम्भाली है तबसे वह अपने अड्डा को बंद कर दिया था। वर्तमान में उक्त व्यक्ति नगर के ही बक्सूपुर इलाके में जुए का अड्डा चोरी छिपे संचालित कर रहा है।
सुबह आठ बजे से रात दस बजे तक जुआरी लगा रहे दांव
सूत्रों के मुताबिक बक्सूपुर निवासी एक व्यक्ति जो पूर्व में हेरोइन बेचने का काम करता था उसकी के घर पर जुए का अड्डा बना दिया गया है। सुबह आठ बजे एक अड्डा खुल जाता है। एक बार में सिर्फ चार लोगों को इस अड्डे पर आने की परमीशन दी जाती है। जए में हार-जीत के बाद लोगों को यहां से हटा दिया जाता है।
पुलिस की नजरों से बचकर चल रहा जुए का अड्डा
सूत्र बताते है कि नगर के बक्सूपुर इलाके में वर्तमान समय में संचालित हो रहे जुए के अड्डे के बारे में शहर कोतवाली पुलिस को कानो-कान भनक नहीं है। अड्डा संचालक अपने रिस्क पर यह अवैध काम कर रहा है। सूत्र बताते है कि अड्डा संचालक ने यहा आने वाले जुआरियों को भरोसा दिया है कि यहाँ कोई छापा नहीं मार सकता है।
पुलिस को खुलेआम चुनौती दे रहा कुख्यात गैम्बलर
सूत्रों के अनुसार जबसे एसपी डा. ईरज राजा ने जिले की कमान सम्भाली है उन्होंने अपने मातहतों को सख्त निर्देश दे दिया है कि कही भी जुए का अड्डा संचालित नहीं होना चाहिए। फिर भी यदि बक्सूपुर इलाके में जुए का खेल हो रहा है तो यह किसी चुनौती से कम नहीं है।
नगर के महाराजगंज इलाके में भी शुरु हुआ जुए का खेल
सूत्रों के अनुसार नगर के महाराजगंज इलाके में भी दो स्थानों पर चोरी-छिपे जुए का खेल चल रहा है। सूत्रों की माने तो यहा भी रोजाना लाखों का दांव लग रहा है। इस अड्डे के बारे में महारजगंज पुलिस चौकी के कर्मियों को जानकारी है या नहीं इस बारे में बताया तो नहीं जा सकता है, लेकिन इतना जरुर कहा जा सकता है कि बिना मिलीभगत से इस इलाके में जुए का अड्डा नहीं चल सकता है।
वर्जन
जुए के अड्डे चल रहे है इस सम्बंध में मुझे अभी कोई सूचना नहीं मिली है। फिर भी यदि ऐसा हो रहा है तो इसकी जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी- ज्ञानेन्द्र प्रसाद-एएसपी सिटी