फर्रुखाबाद। फर्रुखाबाद में तीन दिन पूर्व भटासा स्टेशन के पास पटरी पर लकड़ी का लट्ठा रखकर ट्रेन पलटाने की साजिश में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश कर दिया। दोनों युवकों ने पुलिस को बताया कि वे ट्रेन पलटकर मशहूर होना चाहते थे। दोनों को न्यायालय से जेल भेज दिया गया।शुक्रवार रात करीब 11:15 बजे कासगंज-फर्रुखाबाद रेल मार्ग पर भटासा स्टेशन के पास स्पेशल पैसेंजर ट्रेन के सामने लकड़ी का लट्ठा डालकर उसको बेपटरी करने की साजिश की गई थी।
चालक की सूझ-बूझ से बड़ा हादसा होने से टल गया था। इस मामले में एक मुकदमा आरपीएफ थाना और दूसरा कोतवाली कायमगंज में दर्ज हुआ। सीओ जयसिंह परिहार व प्रभारी निरीक्षक रामअवतार ने घटना में खोजबीन शुरू की। पुलिस ने गांव अरियारा निवासी भाकियू (लोक शक्ति) नेता कमलेश कुमार के पुत्र देव सिंह व उसके गांव के ही साथी मोहन कुमार उर्फ मोंटी कश्यप को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में दोनों ने खुद की गलती स्वीकार करते हुए बताया कि वे रात करीब 10 बजे खेत पर पहुंचे। खेत के आसपास कोई नहीं था। मौका पाकर दोनों ने प्रमोद के खेत में लगी आम लकड़ी में से एक लट्ठा ट्रेन पलटाने के मकसद से पटरी पर रख दिया।
ट्रेन पलटाकर वे दोनों ख्याति पाना चाहते थे, मगर ट्रेन पलट नहीं सकी। डर की वजह से दोनों युवक दिल्ली जाने की फिराक में थे। उससे पहले ही पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। बता दें कि कासगंज से फर्रुखाबाद जा रही स्पेशल पैसेंजर ट्रेन (05389) के सामने शुक्रवार रात करीब सवा 11 बजे भटासा हाल्ट से निकलते ही किमी संख्या 160 के पास पटरी पर एक लकड़ी का मोटा लट्ठा रखकर बेपटरी करने की कोशिश की गई थी।
सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेलपथ जहीर अहमद ने कायमगंज कोतवाली में अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कराया था। आरपीएफ थाने में भी इरादतन कार्य या चूक से रेल यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डालने की धारा 153 और ट्रेन के संचालन में बाधा डालने की धारा 174ए के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।