संवाददाता, दीपक श्रीवास्तव
गाजीपुर। जखनियां में एक मां ने रविवार को अपनी छह वर्षीय मासूम बच्ची को मंगई नदी में जिंदा फेंक दिया। जिससे पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई। घटना के वक्त महिला की एक बेटी और बेटा भी मौके पर मौजूद थे। मां का अमानवीय चेहरा देख दोनों बच्चे चीखने-चिल्लाने लगे। मौके पर जुटी भीड़ ने पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से शव की तलाश शुरु की। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मासूम का शव बरामद हुआ। पुलिस ने परिवारजनों की मौजूदगी में पंचनामा की कार्रवाई पूरी कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है। हालांकी आरोपी मां को मानसिक रुप से विक्षिप्त बताया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार भुड़कुड़ा कोतवाली क्षेत्र के बेलहरा गांव निवाससिनी सुलेखा पुत्री घुरहू राम की शादी दुल्लहपुर थाना क्षेत्र के नायकडीह गांव निवासी अनिल कुमार के साथ हुई है। कुछ दिन पूर्व सुलेखा अपने बच्चों के साथ अपने मायके आई थी। रविवार की सुबह वह अपनी बड़ी बेटी सुनैना और बेटा अमरेश व छह माह की बच्ची अनुष्का के साथ आटो से पुल के पास आई। आटो के जाने के बाद उसने बेटी सुनैना व बेटा अमरेश की आंखों के सामने ही अपनी छह माह की मासूम बेटी अनुष्का को मंगई नदी में फेंक दी। जिससे नदी के गहरे पानी में मासूम डूबने से उसकी मौत हो गई।
मां का अमानवीय रूप देख चीखते- चिल्लाते रहे अन्य दोनों बच्चे
सुलेखा ने जब अपनी बच्ची को जिंदा अवस्था में नदी में फेंका तो उसकी यह हरकत देख उसकी बेटी सुनैना और बेटा अमरेश डर के मारे चीखने-चिल्लाने लगे। उन्हें लगा कि अब उनकी मां उन्हें भी नदी में फेंकेगी। बच्चों की चीख पुकार सुनकर मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई दोनों बच्चों ने ग्रामीणों को बताया कि उसकी मां ने उनकी छोटी बहन को नदी में फेंक दिया है। जिसके बाद स्थानीय लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची ने जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने इसकी सूचना सुलेखा के मायके व ससुराल पक्ष के लोगों को दी। सूचना के बाद सुलेखा के पिता घुरहू राम मौके पर पहुंचे। उसने पुलिस को बताया कि पिछले कई महीनों से सुलेखा की मानसिक हालत ठीक नहीं चल रही है। उसका इलाज भी चल रहा है। उन्होंने बताया कि सुलेखा का पति अनिल गुजरात में कोई प्राइवेट नौकरी करता है। पिछले छह माह से सुलेखा का इलाज चल रहा था।
सुलेखा के पिता घुरहू राम ने बताया कि उनकी बेटी कई दिनों से उनके घर पर ही थी, लेकिन रविवार को वह बिना किसी को कुछ बताये अपने बच्चों को लेकर घर से निकली थी। जब उन्हें इस बात का पता चला तो वह उसे खोजबीन में जुटे हुए थे। इस बीच पुलिस से उन्हें उक्त घटना के संबंध में सूचना मिली।
इस घटना के संबंध में पूछे जाने पर भुड़कुड़ा एसएचओ तारावती यादव ने बताया कि, उक्त घटना पुलिस के संज्ञान में है, लेकिन अभी तक परिवारजनों की ओर से कोई तहरीर पुलिस को नहीं मिली है। परिवार के लोगों का कहना है कि सुलेखा मानसिक रुप से बीमार थी। यदि परिवार के लोग तहरीर देंगे तो कार्रवाई अवश्य की जायेगी।