राकेश पांडेय (मिंटू)
प्रतापगढ़। जिले के फतनपुर थाना क्षेत्र से सोमवार को एक बड़ी घटना सामने आई। प्रयागराज मंडल के एक प्रतिष्ठित चैनल के रिपोर्टर और कैमरामैन के साथ वहां तैनात दरोगा और पुलिसकर्मियों ने बदसलूकी कर दी। आरोप है कि पत्रकार जब थाने के सामने वीडियो बना रहे थे, तभी दरोगा प्रभांशु राय और उनके साथ मौजूद सिपाहियों ने जबरन कैमरा छीन लिया और गाली-गलौज करते हुए पत्रकारों को थाने के अंदर तक खींच ले गए। यह पूरा घटनाक्रम कैमरे में कैद हो गया और देखते ही देखते सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।प्रतापगढ़ जिले के फतनपुर थाना क्षेत्र से सोमवार को एक बड़ी घटना सामने आई। प्रयागराज मंडल के एक प्रतिष्ठित चैनल के रिपोर्टर और कैमरामैन के साथ वहां तैनात दरोगा और पुलिसकर्मियों ने बदसलूकी कर दी। आरोप है कि पत्रकार जब थाने के सामने वीडियो बना रहे थे, तभी दरोगा प्रभांशु राय और उनके साथ मौजूद सिपाहियों ने जबरन कैमरा छीन लिया और गाली-गलौज करते हुए पत्रकारों को थाने के अंदर तक खींच ले गए। यह पूरा घटनाक्रम कैमरे में कैद हो गया और देखते ही देखते सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।मामले ने तूल पकड़ते ही एसपी प्रतापगढ़ डॉ. अनिल कुमार ने तत्काल संज्ञान लिया और सख्त कदम उठाए। उन्होंने उपनिरीक्षक प्रभांशु राय, मुख्य आरक्षी शिवानंद सिंह यादव और आरक्षी उपेंद्र सिंह गुर्जर को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया। प्रकरण की प्रारंभिक जांच क्षेत्राधिकारी रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी को सौंपी गई थी। जांच में पाया गया कि पत्रकारों से अभद्रता की शिकायत सही है। इसके बाद एसपी ने मामले की विस्तृत विभागीय जांच की जिम्मेदारी क्षेत्राधिकारी पट्टी मनोज कुमार सिंह रघुवंशी को सौंप दी है। अब जांच पूरी होने के बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त विभागीय और विधिक कार्रवाई की जाएगी। प्रतापगढ़ पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम के बाद साफ संदेश दिया है कि अनुशासनहीनता, सत्ता का दुरुपयोग और जनता या पत्रकारों के साथ गलत व्यवहार किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस विभाग का कहना है कि उसकी प्राथमिकता जनता का विश्वास और पारदर्शिता है। यह मामला न सिर्फ पुलिस-जनसंपर्क पर सवाल खड़ा करता है बल्कि यह भी दर्शाता है कि उच्च स्तर से तुरंत कार्रवाई करके पुलिस विभाग ने यह संकेत दिया है कि गलत करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।